कोई तुलना नहीं


अभिनेत्री तापसी पन्न का मानना है कि लोगों को उनकी आने वाली फिल्म थप्पड़' की तुलना शाहिद कपूर की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'कबीर सिह' से नहीं करनी चाहिए। अभिनेत्री ने यह भी कहा कि उनकी आगामी फिल्म में एक महिला को थप्पड़ मारने के अलावा भी बहुत सी चीजें दिखाई गई हैं। सोशल मीडिया पर तापसी पन्नू स्टारर फिल्म 'थप्पड़ के ट्रेलर के जारी होते ही फिल्म कबीर सिह' तलना की जाने लगी है। 'कबीर सिंह' में हीरो की प्रवृत्ति गुस्से वाली होती है और वह हीरोइन को थप्पड़ मार देता है और एक दृश्य में हीरोइन भी हीरो को थप्पड़ मारती है। इस फिल्म के निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा इस थप्पड़ के बचाव में कहा था कि किसी भी रिश्ते में थोड़ी-बहुत हिसा होती रहती है। वहीं अनुभव सिन्हा निर्देशित फिल्म 'थप्पड़ में घरेल हिंसा जैसे गंभीर महे को दिखाया गया है, जिसके आधार पर तलाक और ऐसी ही कई घटनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। सीधे शब्दों में कहें तो इसमें भले ही बस एक थप्पड़ लेकिन है तो घरेलू हिंसा ही। वहीं तापसी ने अपनी फिल्म की तुलना 'कबीर सिह' से करने को गलत ठहराया। मुंबई में फिल्म एक प्रमोशनल इवेंट में तापसी ने कहा, 'ऐसा बिल्कुल नहीं है कि हमने 'कबीर सिंह को दिमाग में रखकर यह फिल्म बनाई है। मुझे बहुत दुख होता है, जब में लोगों को यह कहते सुनती हूं कि 'हमने एक दूसरी फिल्म को जवाब देने के लिए यह फिल्म बनाई है।' 'कबीर सिह' के रिलीज होने से पहले फिल्म की कहानी लिखी जा चुकी थी। मेरे ख्याल से थप्पड़ बस एक ट्रिगर है, लेकिन फिल्म में हमने रिलेशनशिप को लेकर कई सारी चीजें दिखाई गई हैं। उन्होंने आगे कहा, 'मैं स्वीकार करती हूं कि 'कबीर सिह' में एक उदाहरण , लेकिन वह हमारी फिल्म के विचारधारा से नहीं मिलता है, लेकिन क्या ऐसा पहली की फिल्मों में नहीं हआ है? ऐसी हजारों फिल्म हैं जिसमें पुरुष महिला को थप्पड़ मारता है, इसमें नया क्या है? ऐसे में 'थप्पड़' की तुलना कबीर सिह' से करना फिल्म को महत्वहीन करने जैसा है।' 'थप्पड़' में तापसी पन्नू, पवेल गुलाटी, दीया मिर्जा, रत्ना पाठक शाह, तन्वी आजमी, कुमुद मिर्जा और मानव कौल जैसे कलाकार हैं। यह २८ फरवरी को रिलीज होगी।